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Thursday, September 23, 2010

प्रेम का हो रहा आधुनिकीकरण या बाजारीकरण |


प्रेम पर बहोत कुछ बेचा जा रहा है,बहोत कुछ लिखाजा रहा है। युवानो को भरमाया भी जा रहा है बहकाया भी जा रहा है। आज कल प्रेम के नाम पर करोडो का व्यापर भी किया जा रहा है। इन सब भावनाओ और दुर्भावनाओ के बिच मे न जाने मैं कहा खोता जा रहा हूँ।आखिर ये प्रेम चीज है क्या। क्या सचमुच प्रेम जैसी कोई चीज है भी के नहीं?

मैं अपने दोस्त की एक बात बताना चाहुंगा जिसे मैं कई दिनों से या यूँ कह ले के पिछले कई वर्षो से जानने की कोशिश कर रहा हूँ। वो हमेशा मुझे प्यार-व्यार की बाते कहता सुनाता रहता है। वो एक लड़की से बहोत प्यार करता है। उसका ख्याल भी रखता है। वो कहाँ जाती है, क्या खाती है, क्या पहनती है, और कैसे चलती है वगेरह वगेरह और हा घंटो फ़ोन तो चलता ही रहता है ( वो भी सदके में) कहानी ये नहीं है।

कहानी ये है की फ़ोन वो उसे हमेशा इस लिए करता रहता है की शायद कोई और उससे बतिया ले। उससे हमेशा ये इस लिए पूछता रहता है की कहा हो “जानु” ताकि उसे ये पता चल शके की कहीं वो किसी और के साथ तो नहीं। उसे हमेशा अपनी पसंद के कपडे इस लिए पहनाता है ताकि उसे पता चल शके की उसकी प्रेमिका उसका कहना मानती है या नहीं। और ऐसी कई बाते है जो मैं यहाँ नहीं लिख शकता। लेकिन इन सब के बावजुद वो हमेशा मुझसे और सभी दोस्तों से यही कहता रहता है की वो बहुत प्यार करता है। दिलो जान से चाहता है अपनी गर्ल फ्रेंड को | भाई अगर यही प्यार है तो अच्छा है की मुझे अभी तक ऐसा नहीं हुआ| मैंने अब ये क्सिसे आम होते देखे है। जो बहोत प्यार करने का दावा करते है वो एक दुसरे पर रति भर विश्वास नहीं कर शकते है। सीरी फरहाद के किस्से सुनाने वाले एक पराये लड़के या लड़की का मेसेज फ़ोन मे देख जन्मो-जनम का रिश्ता खतम कर देते है।

क्या कभी आपने ये सोचा है ये सब आज कल जायदा कयुं हो रहा है। मैंने सोचा है,शायद मैं गलत भी हो शकता हूँ । लेकिन मुझे लग रहा है की आज कल प्यार पर बाजार वाद हावी हो रहा है। अपनी प्रेमिका को खुस करना हो तो ये गिफ्ट दीजिये,फला-फला त्योहार आ रहा है ये गिफ्ट दीजिये नहीं तो आप की प्रेमिका या प्रेमी नाराज हो शकते है। आप को अपने प्रेम पर शक है तो “इमोशनल अत्याचार” हाजिर है आप के प्रेम की परख करने के लिए। आप को आप के प्रेम ने छोड़ दिया है तो “x यौर x” हाजिर है आप के प्रेमी को सजा दिलवाने के लिए | गोबेल्स की एक निति मुझे यहाँ याद आ रही है " झूठ जोर से बोलो बार बार बोलो चिला के बोलो तो वो सत्य तो हो ही जायेगा" उसी लिहाज से आज कल प्रेम पर बाजार वाद इतना हावी हो रहा है की प्रेम गायब और सामान जायदा बिक रहा है। इस लेख को पढ़ जायदा बोर मत होइए नहीं तो आप की गर्ल फ्रेंड या बॉय फ्रेंड नाराज हो जायेंगे। दुनिया है होता रह्ता है .. बडे बडे देशो मे छोटी छोटी बाते होती रहती है........

3 comments:

  1. Dilip Ek baar tum Bhi Expiriance kar ke to dekho... ha ha ha :-)

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  2. Nandini Shah Mehta September 24 at 11:22am
    Hello Dilip Singh ji

    pyar ka bazarikaran to hota hi ja raha hai par sathe me insecurity jyada badhti ja rahi hai ... kyuki aaj ki generation hi manti hai ke tu nahi to koi aur sahi aur wo kisi aur ke chakkar me hire ko kho dete hai or silver ke pichhe dodte hai ...par ab pachhtaye hovat kya jab relation hi ho gaye fake..

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  3. एकदम सही दिलीप. आइ लव यु.

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